परिचय: RAIN WATER HARVESTING की आवश्यकता
आज के समय में जल संकट एक गंभीर समस्या बन चुकी है। विश्व के कई हिस्सों में पीने योग्य जल की भारी कमी है, और यह संकट दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। ऐसे में वर्षा जल संचयन (Rainwater Harvesting) एक महत्वपूर्ण उपाय के रूप में उभरकर सामने आया है। यह एक पारंपरिक और आधुनिक विधि है, जिसमें बारिश के पानी को संचित कर भविष्य में उपयोग के लिए संरक्षित किया जाता है।
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भारत जैसे देश, जहां मानसून के दौरान बड़ी मात्रा में बारिश होती है, वहां RAIN WATER HARVESTING जल संकट का एक प्रभावी समाधान हो सकता है। परंतु , हम में से ज़्यादातर लोग इस संसाधन का सही उपयोग नहीं कर पाते हैं या RAIN WATER HARVESTING क्या है? वो नहीं जानते। इस लिए ये लेख मे आपको RAIN WATER HARVESTING की सम्पूर्ण माहिती मिल जाएगी ।
RAIN WATER HARVESTING क्या है ?
वर्षा जल संचयन यानि RAIN WATER HARVESTING एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें छतों, मैदानों, सड़कों या किसी भी सतह पर गिरने वाले बारिश के जल को एकत्र किया जाता है और उसे भविष्य में उपयोग के लिए संरक्षित किया जाता है। इसका उपयोग घरेलू, कृषि और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए किया जा सकता है। इस प्रक्रिया के माध्यम से हम पानी के व्यर्थ बहाव को रोक सकते हैं और जल संकट को कम करने में मदद कर सकते हैं।
RAIN WATER HARVESTING के प्रकार:
छत जल संचयन (Rooftop Rainwater Harvesting):
इस विधि में घर या इमारत की छत पर गिरने वाले वर्षा के पानी को एकत्रित किया जाता है। इसे पाइप के माध्यम से एक टंकी या भूमिगत वॉटर टेंक में संग्रहित किया जाता है। यह पानी घरेलू उपयोग, बागवानी या अन्य आवश्यक कार्यों में काम आता है।
भूमिगत जल पुनर्भरण (Groundwater Recharge):
इस विधि में वर्षा का पानी जमीन के भीतर जाकर भूमिगत जलस्तर को रिचार्जे करता है। इसके लिए कुएं, गड्ढे या नालियां बनाई जाती हैं, जिनसे पानी को सीधे जमीन के नीचे भेजा जा सके। इस प्रकार का संचयन विशेष रूप से उन क्षेत्रों में प्रभावी होता है, जहां भूमिगत पानी का स्तर काफी नीचे है।
नालों और तालाबों का पुनर्भरण (Recharging Ponds and Check Dams):
इस प्रक्रिया में बारिश के पानी को गांवों या शहरों के आसपास के नालों, तालाबों, या छोटे बांधों में संग्रहीत किया जाता है। इससे पानी का संग्रह बढ़ता है और पानी को कृषि और अन्य उद्देश्यों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
बाढ़ प्रबंधन (Floodwater Harvesting):
कुछ स्थानों पर भारी बारिश के कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बाढ़ के जल को संचयन करके इसका उपयोग खेती या अन्य आवश्यक कामों के लिए किया जा सकता है।
वर्षा जल संचयन की विधियाँ : (RAIN WATER STORAGE)
वर्षा जल संचयन के लिए कई विधियाँ हैं, जो स्थान, जलवायु और जल संग्रहण के उद्देश्य के अनुसार भिन्न हो सकती हैं। कुछ प्रमुख विधिया हमने यहा बताई है
फिल्ट्रेशन प्रणाली:
वर्षा जल को एकत्रित करने से पहले उसे छानने की आवश्यकता होती है, ताकि उसमें मौजूद धूल, पत्तियाँ और अन्य मलबे हटाए जा सकें। इसके लिए छत पर विशेष प्रकार के फिल्टर लगाए जाते हैं, जो पानी को साफ करके संग्रहण के लिए भेजते हैं।
भूमिगत टंकी (GROUND WATER STORAGE):
बारिश के पानी को भूमिगत टंकी में संग्रहित किया जा सकता है, जो उसे सुरक्षित रखता है और लंबे समय तक उपयोग में लाने में सहायक होता है। टंकी का आकार और स्थान उसकी संग्रहण क्षमता और उपयोग के आधार पर चुना जाता है।
Borewell recharge:
इस विधि में एक बोरवेल के माध्यम से वर्षा जल को सीधे भूमिगत जलस्तर में डाला जाता है। इस प्रक्रिया से भूमिगत जलस्तर में वृद्धि होती है, जिससे पानी की कमी वाले क्षेत्रों में भी जल संकट को कम किया जा सकता है
ओवरहेड टैंक और पाइपलाइन विधि
कई स्थानों पर वर्षा जल को छतों से पाइप के माध्यम से ओवरहेड टैंक में संग्रहित किया जाता है। इस पानी का उपयोग घरेलू आवश्यकताओं जैसे कपड़े धोने, बर्तन साफ करने और शौचालय के लिए किया जाता है।
RAIN WATER HARVESTING के लाभ:
जल संकट का समाधान:
वर्षा जल संचयन से जल संकट को कम किया जा सकता है, क्योंकि यह ज्यादा जल स्रोत प्रदान करता है। खासकर उन क्षेत्रों में, जहां भूमिगत जलस्तर बहुत कम हो गया है, वहां यह विधि अत्यंत प्रभावी साबित हो सकती है।
पर्यावरण संरक्षण:
जब हम वर्षा जल संचयन करते हैं, तो हम प्राकृतिक जल स्रोतों पर कम दबाव डालते हैं, जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहता है। साथ ही, यह विधि बाढ़ को नियंत्रित करने में भी मदद करती है, जिससे भूमि का कटाव और अन्य पर्यावरणीय समस्याएं कम होती हैं।
पानी की गुणवत्ता में सुधार:
बारिश का पानी स्वच्छ और सुरक्षित होता है, क्योंकि यह पानी शुद्धिकरण की प्राकृतिक प्रक्रिया से गुजरता है। इस पानी का कई जगह पर उपयोग कर सकते है।
कृषि में लाभ:
ग्रामीण क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन से कृषि में काफी लाभ होता है। किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल प्राप्त होता है, जिससे उनकी पैदावार बढ़ती है और वे जल संकट के बावजूद अच्छी खेती कर सकते हैं।
बिजली की बचत:
वर्षा जल संचयन से बिजली की खपत भी कम होती है, क्योंकि इसमें जल को पंप करने या ट्रीट करने की आवश्यकता कम होती है। इससे घरों और औद्योगिक स्थानो के बिजली बिल में कमी आती है।
वर्षा जल संचयन के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव:
वर्षा जल संचयन केवल जल की समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि इसके कई सामाजिक और आर्थिक लाभ भी हैं। उदाहरण के लिए, वर्षा जल संचयन के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो सकते हैं। तालाबों और जलाशयों का पुनर्निर्माण करने से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलता है।
इसके अलावा, वर्षा जल संचयन से ग्रामीण क्षेत्रों में जल की कमी के कारण होने वाले पलायन को भी रोका जा सकता है। जब किसानों को पर्याप्त जल मिलेगा, तो वे अपने खेतों में ही काम करेंगे और उन्हें शहरों की ओर पलायन करने की आवश्यकता नहीं होगी।
शहरी क्षेत्रों में वर्षा जल संचयन:
आजकल शहरी क्षेत्रों में भी जल संकट तेजी से बढ़ रहा है। बड़ी इमारतों, अपार्टमेंट्स और आवासीय कॉलोनियों में पानी की कमी एक सामान्य समस्या बन गई है। इस समस्या का समाधान भी वर्षा जल संचयन में है। छतों पर वर्षा जल एकत्र करके उसे भूमिगत टंकी या जलाशयों में संग्रहित किया जा सकता है। इसके अलावा, शहरी क्षेत्रों में नालियों और सड़कों पर गिरने वाले पानी को भी संचित करने की प्रणाली विकसित की जा सकती है।
कई शहरों में सरकारें भी वर्षा जल संचयन को प्रोत्साहित करने के लिए कानून बना रही हैं। उदाहरण के लिए, नई दिल्ली, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे शहरों में नए निर्माणों के लिए वर्षा जल संचयन प्रणाली को अनिवार्य कर दिया गया है।
RAIN WATER HARVESTING की चुनौतियाँ:
हालांकि वर्षा जल संचयन एक प्रभावी और आवश्यक समाधान है, फिर भी इस कार्य में कई चुनौतियाँ सामने आती हैं:
प्रारंभिक लागत:
RAIN WATER HARVESTING प्रणाली की स्थापना की प्रारंभिक लागत अधिक हो सकती है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां पहले से ऐसी प्रणाली नहीं है। टंकी, पाइप, फिल्टर और अन्य उपकरणों की लागत कई लोगों के लिए वहनीय नहीं होती।
सामाजिक जागरूकता की कमी:
बहुत से लोग वर्षा जल संचयन के महत्व और उसकी प्रक्रिया से अनभिज्ञ होते हैं। इसलिए इसके प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने की आवश्यकता है, ताकि वे इस प्रणाली को अपनाने के लिए प्रेरित हो सकें।
वर्षा के असमान वितरण
कुछ स्थानों पर वर्षा का वितरण असमान होता है, जिससे बारिश के पानी की कमी हो जाती है , जिससे वॉटर स्टोरेज खाली ही रहजता है ।
I want to setup a rain water harvesting at my house.
Covered area of my house is approx 2000 sqft.
आपके घर के टेरेस मे जो पानी निकालने के लिए जो पाइप लाइन होती है उसे लंबा करके ग्राउंड वोटर टेंक होता है उसमे जोड़ दे , उससे घर की छत का पानी सीधा ग्राउंड वॉटर टेंक मे चला जाएगा ।
thank you